EBRD and INDIA

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IBRD 





European Bank for Reconstruction and Development (EBRD).ईबीआरडी की स्थापना वर्ष 1991 में बहुपक्षीय विकासशील निवेश बैंक के रुप  में मध्य और पूर्वी यूरोप में एक नया व शीत युध्द के बाद का युग बनाने में सहायता के उद्देश्य से की गयी थी।इसका मुख्यालय लन्दन (ब्रिटेन) में है।और इसके वर्तमान अध्यक्ष सुमा चक्रवर्ती हैं।


भारत बना ईबीआरडी का 69 वाँ शेयर धारक 
भारत को 11 जुलाई 2018 को औपचारिक रुप से यूरोपियन बैंक फॉर रीकंस्ट्रक्शन एण्ड डेवलपमेन्ट में 69 वाँ शेयर धारक के रुप शामिल किया गया है । बैंक संचालन क्षेत्र में भारतीय कम्पनियाँ के साथ और अधिक संयुक्त निवेश का मार्ग प्रशस्त हो गया है। सर्वसम्मति से भारत के आवेदन को स्वीकृति दी गई।भारत द्वारा दिसम्बर 2017  में ईबीआरडी की सदस्यता हेतु आवेदन किया गया था।अभी भारत को ईबीआरडी वित्त-पोषण प्राप्त नहीं होगा।

चेर्नोबिल न्यू सेफ कंफाइनमेंट

10 जुलाई 2019 को यूक्रेन तथा उसके यूरोपीय सहयोगियों ने चेनर्नोबिल नाभिकीय ऊर्जा संयंंत्र दुर्घटना में  नष्ट हुये चौथे रिएक्टर के अवशेषों को आच्छादित करने के उद्देश्य से एक धातु निर्मित गुंबद का उद्घाटन किया ।
इसे चेनोर्बिल नये सेफ कंफाइनमेंट नाम दिया गया है। 108 मीटर ऊँचे इस गुम्बद का वजन 36000 टन है।
उल्लेखनीय है कि 26 अप्रैल 1986 को यूक्रेन स्थित चेनोर्बिल नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र में हुई दुर्घटना के तुरन्त बाद संयंत्र से होने वाले रेंडियोंएक्टिव प्रदूषकों के विमोचन को रोकने के लिये तत्कालीन सोवियत संघ द्वारा चौथे रिएक्टर के अवशेषों के ऊपर एक ढाँचे का निमार्ण किया गया था जो वर्तमान में जर्जर अवस्था में है।
ईबीआरडी लाँच एंव 45 देशों द्वारा प्रायोजित एक विशेष कोष के माध्यम से 1.7 बिलियन डॉलर की लागत से निर्मित इस गुम्बद का वित्तपोषण किया गया है।

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